बाल विवाह ,बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम में सभी को संवेदनशील होने की है जरूरत कमलेश कुमारी
बाल विवाह ,बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम में सभी को संवेदनशील होने की है जरूरत कमलेश कुमारी
बदायूं एक्शन एड/ आदित्य बिरला कैपिटल यूनिसेफ के सहयोग से संचालित नई पहल शिक्षा परियोजना के तहत SMC/PRI की एक दिवसीय कार्यशाला विकासखंड बिसौली के बीआरसी केंद्र पर आयोजित की गई । जिसमें बाल श्रमिक कामकाजी बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने पर चर्चा की गई ।तथा बाल भिक्षावृत्ति ,बाल श्रम रोकने पर जोर दिया गया।
कार्यशाला में जिला समन्वयक महेंद्र सिंह ने बाल श्रमिक, कामकाजी बच्चों का शत-प्रतिशत नामांकन स्कूल में कराने को प्रेरित किया। और उन्होंने कहा बाल श्रम कराना कानूनन अपराध है ।तथा शिक्षा पाना प्रत्येक बच्चे का मौलिक अधिकार है।
सहायक जिला समन्वयक कमलेश कुमारी ने कहा बाल विवाह ,बाल भिक्षावृत्ति की रोकथाम में रोकथाम के प्रति सभी को संवेदनशील होने की जरूरत है ।तथा बेटा बेटी में कोई भेदभाव ना किया जाए ।दोनों को समान शिक्षा पाने का अवसर प्रदान दिए जाएं। तथा उन्होंने RTE 2009 , SMC के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।तथा बच्चों के अभिभावकों को बच्चों को घर पर रहकर 2 से 3 घंटे नियमित रूप से पढ़ाने के लिए प्रेरित किया ।
कस्तूरबा गांधी विद्यालय की वार्डन अर्चना शर्मा ने बेटियों को उच्च शिक्षा दिलाने को प्रेरित किया।
DRG पंचायत से अन्नटू सिंह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण PLV से अंजुम शिक्षा प्रेरक अरविंद ,पंजाब सिंह ,स्वयं सहायता समूह से समूह सखी सुषमा, पुष्पा, कंचन देवी आदि ने अपने अपने विचार व्यक्त किए।